🏡 Home
    1. एक चर वाले रैखिक समीकरण
    2. चतुर्भुजों को समझना
    3. प्रायोगिक ज्यामिति
    4. क्षेत्रमिति
    1. Math
    2. Chemistry
    3. Chemistry Hindi
    4. Biology
    5. Exemplar Solution
    1. 11th physics
    2. 11th physics-hindi
    1. Science 10th (English)
    2. Science 10th (Hindi)
    3. Mathematics
    4. Math (Hindi)
    5. Social Science
    1. Science (English)
    2. 9th-Science (Hindi)
    1. 8th-Science (English)
    2. 8th-Science (Hindi)
    3. 8th-math (English)
    4. 8th-math (Hindi)
    1. 7th Math
    2. 7th Math(Hindi)
    1. Sixth Science
    2. 6th Science(hindi)
    1. Five Science
    1. Science (English)
    2. Science (Hindi)
    1. Std 10 science
    2. Std 4 science
    3. Std two EVS
    4. Std two Math
    5. MCQs Math
    6. एमoसीoक्यूo गणित
    7. Civil Service
    1. General Math (Hindi version)
    1. About Us
    2. Contact Us
10upon10.com

चतुर्भुजों को समझना - आठवीं गणित

8th-math-home

8th-math hindi-home

कोण-योग गुण धर्म


त्रिभुज के कोणों के योग गुण धर्म

किसी त्रिभुज के तीनों कोणों के योग 1800 होता है।

उदाहरण (i):

यहाँ, कोण A + कोण B + कोण C = 1800

यदि कोण A = 600 और कोण B = 450, तो कोण C = ?

हम जानते हैं कि किसी त्रिभुज के तीनों कोणों का योग = 1800

अत: दिये गये त्रिभुज में, कोण A + कोण B + कोण C = 1800

⇒ 600 + 450 + कोण C = 1800

⇒ 1050 + कोण C = 1800

⇒ कोण C = 1800 – 1050

⇒ कोण C = 750 उत्तर

उदाहरण (ii) : दिये गये त्रिभुज के दो कोण 450 और 750 हैं, तो तीसरे कोण की माप क्या है?

यहाँ, कोण c = 450 और कोण y = 750

चूँकि कोण c और कोण n उर्ध्वाधर सम्मुख (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, कोण n = कोण c = 450

अब हम जानते हैं कि कोण c और कोण m संपूरक कोण हैं,

अत:, कोण c + कोण m = 1800

⇒ 450 + कोण m = 1800

⇒ कोण m = 1800 – 450

⇒ कोण m = 1350

अब चूँकि कोण m और कोण g उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, कोण m = कोण g = 1350

अब चूँकि कोण c कोण n उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, कोण n = कोण c = 450

अब चूँकि कोण y और कोण b उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, कोण b = कोण y = 750

अब, कोण y और कोण b साथ मिलकर एक सरल रेखा बनाते हैं अत: संपूरक कोण हैं।

अत:, कोण y + कोण a = 1800

⇒ 750 + कोण a = 1800

⇒ कोण a = 1800 – 750

⇒ कोण a = 1050

अब चूँकि कोण a कोण d उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, कोण a = कोण d = 1050

अब दिये गये त्रिभुज में,

कोण a = 1050, कोण c = 450

हम जानते हैं कि एक त्रिभुज के सभी अंत:कोणों का योग = 1800

अत:, कोण a + कोण c + कोण h = 1800

⇒ 1050 + 450 + कोण h = 1800

⇒ 1500 + कोण h = 1800

⇒ कोण h = 1800 – 1500

⇒ कोण h = 300

अब चूँकि कोण h और कोण q उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, कोण q = कोण h = 300

अब चूँकि कोण h और कोण r दोनों मिलकर एक सरल रेखा बनाते हैं अत: संपूरक कोण हैं।

अत:, कोण h + कोण r = 1800

⇒ 300 + कोण r = 1800

⇒ कोण r = 1800 – 300

⇒ कोण r = 1500

अब, कोण r और कोण p उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, कोण p = कोण r = 1500

चतुर्भुज का कोण योग गुण धर्म

एक चतुर्भुज के सभी अंत: कोणों का योग 3600 के बराबर होता है।

इसका अर्थ है कि एक चतुर्भुज में

कोण a + कोण b + कोण a + कोण b = 3600

उदाहरण (i): यदि एक चतुर्भुज के तीन कोण क्रमश: 650, 950 और 800 हैं, तो दिये गये चतुर्भुज के चौथे कोण की माप क्या है?

हल

हम जानते हैं कि एक चतुर्भुज के सभी अंत: कोणों का योग 3600 के बराबर होता है।

अत:, 650 + 950 + 800 + कोण D = 3600

⇒ 2400 + कोण D = 3600

⇒ कोण D = 3600 – 2400

⇒ कोण D = 1200 उत्तर

उदाहरण (ii): यदि एक पंचभुज के चार कोणों की माप क्रमश: 650, 750, 950 और 700 हैं, तो इस दिये गये पंचभुज के पाँचवे कोण की माप क्या होगी?

हल

हम जानते हैं कि एक पाँच भुजाओं वाले बहुभुज के सभी अंत: कोणों का योग = 5400

अत: दिये गये पंचभुज के चित्र में

650 + 750 + 950 + 700 + a = 5400

⇒ 3050 + a = 5400

⇒ a = 5400 – 3050

⇒ a = 2350 उत्तर

एक बहुभुज के बाहरी कोणों की माप का योग

एक बहुभुज के सभी बाह्य कोणों की माप का योग 3600 होता है।

दिये गये चतुर्भुज में,

उदाहरण (i) यदि एक पंचभुज के चार बाह्य कोणों की माप क्रमश: 500, 650, 600 और 750 है, तो पाँचवे बाह्य कोण की माप क्या होगी?

हल

मान लिया कि प्रश्न में दिये गये पंचभुज का चित्र निम्नांकित है

तथा प्रश्न के अनुसार, कोण a = 500

कोण b = 650

कोण c = 600

और कोण d = 750

अत: कोण e = ?

हम जानते हैं कि एक बहुभुज के सभी बाह्य कोणों की माप का योग 3600 होता है।

अत: एक पंचभुज के सभी बाह्य कोणों की माप का योग = 3600

अत: दिए गये पंचभुज में,

अत:, कोण a = 1100 उत्तर

Example (ii) दिये गये पंचभुज में सभी अज्ञात कोणों की माप क्या होगी?

∠DAE और ∠ PAE में

∠DAE और ∠ PAE मिलकर एक सरल रेखा बनाते हैं, अत: संपूरक कोण हैं।

अत:, ∠DAE + 750 = 1800

⇒ ∠DAE = 1800 – 750

⇒ ∠DAE = 1050

अब, चूँकि ∠ PAE और ∠ DAO उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ᩐ DAO = ∠ PAE = 750

अब चूँकि ∠ PAO और ∠ DAO उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ∠ PAO = ∠ DAO = 1050

अब कोण AEF और कोण GEB में

∠ AEF और ∠GEB उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ∠ AEF = ∠ GEB = 650

∠GEB और ∠AEB में

दोनों कोण GEB और AEB आपस में मिलकर एक सरल रेखा बनाते हैं, अत: संपूरक कोण हैं।

अत:, ∠ GEB + ∠ AEB = 1800

⇒ 650 + ∠ AEB = 1800

⇒ ∠ AEB = 1800 – 650

⇒ ∠ AEF = 1150

कोण AEB और कोण FEG में

कोण AEB और FEG उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ∠ AEF = ∠ FEG = 1150

कोण EBC और कोण HBJ में

∠ EBC और ∠ HBJ उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ∠ EBC = ∠ HBJ = 1100

कोण EBH और कोण EBC में

दोनों कोण EBH और EBC आपस में मिलकर एक सरल रेखा बनाते हैं, अत: संपूरक कोण हैं।

अत:, ∠ EBH + ∠ EBC = 1800

⇒ ∠ EBH + 1100 = 1800

⇒ ∠EBH = 1800 – 1100

⇒ ∠ EBH = 700

कोण EBH और कोण CBJ में

कोण EBH और कोण CBJ उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ∠ EBH = ∠ EBJ = 700

कोण DCB और कोण LCK में

कोण DCB और LCK उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ∠ECB = ∠ LCK = 1150

कोण DCB और कोण BCK में

कोण DCB और BCK आपस में मिलकर एक सरल रेखा बनाते हैं, अत: संपूरक कोण हैं।

अत:, ∠ DCB + ∠ BCK = 1800

⇒ 1150 + ∠ BCK = 1800

⇒ ∠ BCK = 1800 – 1150

⇒ ∠ BCK = 650

कोण BCK और कोण DCL में

कोण BCK और DCL उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ∠ BCK = ∠ DCL = 650

कोण ADC और कोण NDM में

कोण DC और कोण NDM आपस में मिलकर एक सरल रेखा बनाते हैं, अत: संपूरक कोण हैं।

अत:, ∠ ADC = ∠ NDM = 1200

कोण ADC और कोण CDM में

कोण ADC और कोण CDM आपस में मिलकर एक सरल रेखा बनाते हैं, अत: संपूरक कोण हैं।

अत:, ∠ ADC + ∠ CDM = 1800

⇒ 1200 + ∠ CDM = 1800

⇒ ∠ CDM = 1800 – 1200

⇒ ∠ CDM = 600

कोण CDM और कोण ADN में

कोण CDM और ADN उर्ध्वाधर सम्मुख कोण (वर्टिकली अपोजिट एंगल) हैं, अत: आपस में बराबर हैं।

अत:, ∠ CDM = ∠ ADN = 600

अत:,

∠ DAE = 1050

∠ PAO = 1050

∠ OAD = 750

∠ FEA = 650

∠ AEB = 1150

∠ FEG = 1150

∠ EBH = 700

∠ HBJ = 1100

∠ CBJ = 700

∠ BCK = 650

∠ KCL = 1150

∠ DCL = 650

∠ CDM = 600

∠ NDM = 1200

And, ∠ ADN = 600




संदर्भ: