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औसत
गणित एमoसीoक्यूo


प्रश्न :    प्रथम 58 विषम संख्याओं का औसत कितना होगा?


सही उत्तर  58

हल एवं ब्याख्या

58

ब्याख्या

प्रथम 58 विषम संख्याएँ निम्नांकित सूची बनायेगी

1, 3, 5, 7, 9. . . . . 58वें पद तक

यह सूची समांतर श्रेणी में है, क्योंकि प्रत्येक अगला पद उसके पिछले पद में एक निश्चित संख्यां 2 के जोड़ने से प्राप्त होता है। अर्थात इस सूची का कॉमन डिफ्रेंस (सार्व अंतर) बराबर है।

अत: यहाँ प्रथम पद a = 1

तथा सार्व अंतर (कॉमन डिफ्रेंस ) d = 2

तथा पदों की संख्या n = 58

एक समांतर श्रेणी के n पदों का योग

Sn = n/2 [2a+(n – 1)d] होता है।

∴ S58 = 58/2 [2 × 1 +(58 – 1)2]

= 29 [2 + 57 × 2]

= 29 [2 + 114]

= 29 × 116

= 3364

अत: प्रथम 58 विषम संख्याओं की सूची का योग = 3364

अब हम जानते हैं कि

औसत = दी गयी संख्याओं का योग /दी गयी संख्याओं की संख्या

अत: प्रथम 58 विषम संख्याओं का औसत

= प्रथम 58 विषम संख्याओं का योग/58

= 3364/58 = 58

अत: प्रथम 58 विषम संख्याओं का औसत 58 है। उत्तर

प्रथम 58 विषम संख्याओं का औसत निकालने का ट्रिक (लघु विधि)

प्रथम 2 विषम संख्याओं का औसत 2 होता है।

प्रथम 3 विषम संख्याओं का औसत 3 होता है।

प्रथम 4 विषम संख्याओं का औसत 4 होता है।

प्रथम 5 विषम संख्याओं का औसत 5 होता है।

अर्थात प्रथम n विषम संख्याओं का औसत = n

अत: प्रथम 58 विषम संख्याओं का औसत 58 होगा।

अत: उत्तर = 58


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