धातु एवं अधातु - क्लास दसवीं विज्ञान

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Classification

पदार्थों को उनके कुछ सामान्य गुणों के आधार पर दो भागों में बाँटा जा सकता है – धातु तथा अधातु ।

धातु (Metal)

बहुत सारे पदार्थों को उनके कुछ खास गुणों के कारण धातु कहा जाता है। जैसे : Iron, gold, silver, aluminium, आदि।

धातु के भौतिक गुण (Physical properties of metals):

धात्विक चमक (Metallic Lusture):

धातु में एक विशेष प्रकार की चमक होती है, जिसे धात्विक चमक (Metallic Lusture) कहते हैं। धातुओं के इसी विशेष चमक के कारण Gold, silver, आदि धातुओं का उपयोग जेवर बनाने में होता है।

कठोरता (Hardness):

धातु कठोर होते हैं। लेकिन विभिन्न धातुओं की कठोरता अलग अलह होती है। कुछ धातु ज्यादा तो कुछ कम कठोर होते हैं। धातुओं में Sodium अपवाद है। सोडियम धातु अति मुलायम होता है, इसे चाकू से भी आसानी से काटा जा सकता है।

कठोरता (Hardness) के कारण ही लोहे (Iron) का उपयोग पुलों के गर्टर, रेल लाइन, रेल के डिब्बे, लिंटल आदि बनाने में किया जाता है।

अघातवर्धनीयता (Malleability):

धातु अघातवर्धनीय (Malleable) होता है। धातु के इसी गुण के कारण धातु को पीट कर पतले चादर (Sheet) में बदला जा सकता है। जैसे लोहे का उपयोग कार तथा अन्य गाड़ियों के बॉडी बनाने के काम आता है। सोना, चाँदी आदि धातुओं के पतले शीट बनाकर उनका उपयोग जेवर बनाने के काम में आता है।

सोना तथा चाँदी सबसे ज्यादा अघातवर्धनीय धातु है।

लचीलापन (Ductility):

धातु लचीले होते हैं। धातु के इस गुण को लचीलापन (Ductility) कहा जाता है। धातु के इस गुण के कारण धातु को खींचकर पतले तार में बदला जाता है। धातु के इसी गुण के कारण अल्मुनियम, ताँबा आदि का उपयोग बिजली के तार बनाने में तथा लोहे का उपयोग क्रेन, पुल आदि के लिय मोटे तार बनाने के काम में आता है।

सोना सबसे ज्यादा लचीला (Ductile) धातु है।

बिजली तथा उष्मा का सुचालक (Good conductor of heat and electricity):

धातु बिजली तथा उष्मा के सुचालक होते हैं। धातु के बिजली के सुचालक होने के कारण अल्मुनियम तथा कॉपर का उपयोग बिजली के तार बनाने में होता है।

धातु के उष्मा के सुचालक होने के कारण अल्मुनियम, ताँबे आदि का उपयोग खाना पकाने के बर्तन बनाने में होता है।

अनुनादी (Sonorous):

धातु को पीटने पर विशेष प्रकार की आवाज, जो घंटी जैसी होती है, आती है। धातु के इसी गुण के कारण धातुओं का उपयोग घंटी, वाद्य यंत्र के तार आदि बनाने में होता है।

अधातु के इस गुण को धातुओं का अनुनादी होना कहते हैं।

भौतिक अवस्था (Physical State):

धातु सामान्य तापमान पर ठोस अवस्था में होता है। केवल पारा (Mercury) ही ऐसा धातु है, जो सामान्य तापमान पर द्रवीय अवस्था में रहता है।

द्रवणांक तथा गलणांक (Melting and Boiling Point):

धातु का Melting तथा Boiling Point काफी ज्यादा होता है। लेकिन गैलियम तथा सेसमियम धातुओं का Melting Point काफी कम होता है, गैलियम तथा सेसमियम धातु का Melting Point इतना कम होता है कि उन्हें हाथ में रखने पर हथेली के ताप से ही Melt हो जाता है।

अधातु (Non–metals):

अधातु के भौतिक गुण (Physical properties of non–metals):

कुछ पदार्थों को उनके विशिष्ट गुणों के कारण अधातु (Non–metals) कहा जाता है जैसे कार्बन (Carbon), ऑक्सीजन (Oxygen), सल्फर (Sulphur), क्लोरीन (Chlorine), आदि।

अधातुओं के गुण प्राय: धातु के गुणों के ठीक विपरीत होता है।

चमक (Lusture):

अधातु में चमक नहीं होता है। अधातु की सतह बिना चमक के (Dull) होती है। परंतु हीरा, जो कि कार्बन का एक प्रकार है, काफी चमकीला होता है। ग्रेफाइट भी कार्बन का एक प्रकार है, परंतु इसकी सतह चमकदार होती है।

कठोरता (Hardness):

अधातु कठोर नहीं होते हैं। परंतु हीरा, जो कि कार्बन का एक प्रकार है काफी कठोर होता है। हीरा अबतक प्राप्त प्राकृतिक पदार्थों में सबसे ज्यादा कठोर पदार्थ है।

अघातवर्धनीयता (Malleability):

अधातु अघातवर्धनीय नहीं होते हैं। अधातु को पीटने पर वह टुकड़ों में टूट जाता है। अधातु को पीट कर पतले चादर में नहीं बदला जा सकता है।

लचीलापन (Ductility):

अधातु में लचीलापन नहीं होता है।

अधातु के अघातवर्धनीय तथा लचीलापन नहीं होने के गुण को Brittleness (क्षणभंगुर) कहते हैं।

बिजली तथा उष्मा का कुचालक (Bad conductor of heat and electricity):

अधातु बिजली तथा उष्मा का कुचालक होता है। परंतु ग्रेफाइट, जो कि कार्बन का एक प्रकार है, बिजली का सुचालक है।

भौतिक अवस्था (Physical State):

कुछ अधातु सामान्य तापमान पर ठोस, कुछ द्रव तथा कुछ गैस होते हैं। जैसे कि कार्बन ठोस, ब्रोमीन द्रव तथा ऑक्सीजन गैस अवस्था में होता है। ब्रोमीन ही एक ऐसा अधात्विक तत्व है जो सामान्य तापमान पर द्रव अवस्था में होता है।

द्रवणांक तथा गलणांक (Melting and Boiling Point):

अधातुओं का Melting तथा Boiling Point काफी कम होता है। परंतु हीरा, जो कि एक अधातु है तथा कार्बन का एक प्रकार है, का Melting Point बहुत ही ज्यादा है।

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