नवम विज्ञान(Science Nine-Hindi Medium)

हमारे आसपास के पदार्थ

विश्व की प्रत्येक वस्तुएँ जिस सामग्री (Materiral) से बनी है, उसे पदार्थ (MATTER) कहते हैं।

वस्तुएँ जो कुछ स्थान घेरती है, अर्थात जिसका एक आयतन हो तथा उसका कुछ द्रव्यमान हो, पदार्थ कहलाती है।

प्राचीन काल के दार्शनिकों ने पदार्थ को पाँच मूल तत्वों में वर्गीकृत किया, तथा उसे पंचतत्व कहा गया। ये पाँच तत्व हैं: वायु, पृथ्वी, अग्नि, जल तथा आकाश।

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क्या हमारे आसपास के पदार्थ शुद्ध हैं

वैसे पदार्थ जो दो या दो से अधिक शुद्ध पदार्थों से मिलकर बने हैं त&...

गति

जब कोई वस्तु समय बीतने के साथ स्थान परिवर्तित करती है, तो उस वस्तु को गति की अवस्था या गत्यावस्था में कहा जाता है। तथा जब कोई वस्तु समय बीतने के साथ स्थान को परिवर्तित नहीं करती है, तो उस वस्तु को विरामावस्था में कहा जाता है।

गति के अवलोकन के लिए आवश्यक शर्तें

गति के अवलोकन के लिए तीन वस्तुओं को ध्यान में रखकर विचार किया जाता है: (i) वस्त...

परमाणु एवं अणु

Laws of Chemical Combination

फ्रांसिसी वैज्ञानिक आंतवाँ एल लवाइजिए तथा जोजफ एल प्रा&...

परमाणु की संरचना

दो वस्तुओं को परस्पर रगड़ने से वह आवेशित हो जाती हैं, अर्थात उसमें विद्युतीय गुण आ जाता है। इस तरह विभिन्न पदार्थों द्वारा विद्युतीय गुण प्रदर्शित करने के कारण यह स्पष्ट संकेत मिलने लगा कि कि परमाणु अविभाज्य नहीं हैं। बल्कि परमाणु में आवेशित कण विद्यमान हैं।

पदार्थों में आवेशित कण

19 वीं शताब्दी तक यह स्पष्ट हो गया कि परमाणु अविभाज्य नहीं है। बल्कि ...

बल तथा गति के नियम

एक धक्का या खिंचाव बल कहलाता है।

या, किसी वस्तु पर लगने वाले धकî...

गुरूत्वाकर्षण

साधारण शब्दों में, वह बल जिसके द्वारा पृथ्वी किसी भी वस्तु को अप&#...

कार्य तथा उर्जा

कार्य का उर्जा तथा शक्ति से निकट संबंध है।

हमलोग प्रतिदिन 'का...

ध्वनि

ध्वनि उर्जा का एक रूप है अर्थात ध्वनि एक प्रकार की उर्जा है। ध्व&#...

जीवन की मौलिक इकाई

कोशिका सजीवों की एक मूलभूत संरचनात्मक तथा क्रियात्मक इकाई है।.

सभी सजीव कोशिकाओं से बने हैं। यह एक मकान की संरचना की तरह है, जिस प्रकार एक मकान ईंटों से बने होते हैं उसी तरह सभी सजीव जैसे एक जीव या पौधा, कोशिकाओं से मिलकर बना होता है। कोशिकाओं की संख्या विभिन्न प्रकार के सजीव में भिन्न भिन्न आकार तथा प्रकार की होती है। परंतु सभी कोशिकाओं की मूलभूत संरचन...