My Body
Introduction: Digestion
हमारा शरीर (Our body) एक machine की तरह काम करता है। जैसे machine (मशीन) को काम करने के लिए Energy (उर्जा) की आवश्कता होती है उसी तरह हमारे शरीर को भी काम करने के लिए Energy की जरूरत होती है।
जैसे एक machine को petrol, Diesel, electric, आदि से Energy मिलती है उसी तरह हमारा शरीर को food (भोजन) से Energy मिलती है, अर्थात energy प्राप्त करने के लिए हम भोजन करते हैं।
Unit of life (जीवन की ईकाई)
एक building ईंटो से बनता है तो ईंट building की unit (ईकाई) हुई। उसी तरह हमारा शरीर cell से बना है और इस तरह cell हमारे शरीर का unit हुआ।
Cell जीवन की ईकाई होती है। या, cell को जीवन की ईकाई कहते हैं।
कई cell मिलकर tissue बनाते हैं तथा कई tissue मिलकर Organ (शरीर के अंग) बनाते हैं। तथा कई organs मिलकर organ system बनाते हैं।
हमारे शरीर में कई अलग-अलग काम करने के लिए अलग-अलग तरह के organ system हैं।
हमारे शरीर में पाँच तरह के Organ system हैं।
- Digestive System
- Nervous System
- Circulatory System
- Skeleton System
- Excretory System
Nervous System: हमारे brain तथा पूरे शरीर को control करता है।
Circulatory System: यह हमारे शरीर में blood flow को control करता है।
Skeleton System: यह हमारे शरीर के bones and muscles (ह्ड्डी तथा मांशपेशियों) को control करता है।
Excretory System यह शरीर से waste materials को बाहर निकालने का काम करता है।
Digestive System:
हम कई तरह के भोजन करते हैं, जैसे – चावल, रोटी, सब्जी, फल, दूध, अंडा, मछ्ली, आदि। इन सभी भोजन के पदार्थों में nutrients होते हैं, जो हमें energy देता है।
इन सभी भोजन में Carbohydrates, vitamins, proteins, fats minerals होते हैं, जिन्हें nutrients कहते हैं।
Carbohydrates (कार्बोहाइड्रेट), vitamins (विटामिन), proteins (प्रोटीन), fats (फैट) तथा minerals (मिनरल) को nutrients कहते हैं। ये nutrients हमें भोजन से मिलता है।
हमारा शरीर भोजन में मिलने वाले Carbohydrates, vitamins, proteins, fats तथा minerals को digest कर हमें energy देता है।
भोजन में मिलने वाले Carbohydrates, vitamins, proteins, fats तथा minerals, जिन्हे nutrients कहते हैं, complex materials होते हैं, इन complex materials को ह्मारा शरीर simple form में बदल देता है, इस क्रिया को digestion कहते हैं।
अत: भोजन में वर्तमान Complex materials को simpler form में बदलने की प्रक्रिया को digestion कहते हैं।
Digestion में निम्नलिखित organs involve होते हैं -
- Mouth
- Food pipe
- Stomach
- Small Intestine, and
- Large Intestine
Mouth
Digestion mouth से शुरू होता है।
Mouth में tongue तथा कई तरह के teeth (दांत) होते हैं। Teeth भोजन को छोटे-छोटे टुकडों में काटकर उसे निगलने लायक बनाता है तथा Tongue भोजन को निगलने में मदद करता है।
Teeth
हमारे mouth में मुख्यत: तीन तरह के teeth (दांत) होते हैं।
- Flat Teeth
- Pointed Teeth
- Broad and grooved teeth
Flat Teeth
Flat teeth को Incisor भी कहते हैं।
Flat teeth मुंह के अगले भाग में होते हैं, ये food को छोटे-छोटे टुकडों में काटने का काम करते हैं।
Pointed Teeth
Pointed Teeth को Canines या Canine कहते हैं, ये मुंह के side वाले भाग में होते हैं। Pointed teeth भोजन को चीरने का काम करते हैं।
Broad and Grooved Teeth
Broad and Grooved Teeth को Molar तथा Pre-molar कहते हैं, ये मुंह के पिछ्ले भाग में होते हैं। Broad and Grooved Teeth भोजन को पीसने का काम करते हैं।
-
Milk Teeth and
-
Permanent Teeth
मनुष्य को पूरे जीवन काल में दो तरह के Teeth आते हैं, जिन्हें Milk Teeth and Permanent Teeth कहते हैं।
Milk Teeth
Milk Teeth temporary होते हैं। Milk Teeth जन्म के एक या दो सालों के अन्दर आते (जन्म) हैं। Milk Teeth की कुल संख्या 20 होती है।
Permanent Teeth
Milk Teeth टूटने के बाद Permanent Teeth आते हैं। Milk Teeth का टूटना तथा Permanent Teeth का आना उम्र के लगभग 6 से 12 वर्षों के भीतर होता है।
Permanent Teeth की कुल संख्या 32 होती है।
Tongue
Tongue का आकार एक लम्बे पत्ते की तरह होता है तथा यह pink colour का होता है। मुँह के अन्दर इसे आसानी से देखा जा सकता है।
किसी भी भोजन का Taste हम Tongue की मदद से ही समझते हैं। Tongue भोजन को निगलने में हमारी मदद करता है।
Food के taste समझने, food को निगलने के साथ-साथ tongue बोलने में भी हमारी मदद करता है।
Salivary Glands
हमारे mouth में तीन प्रकार के Salivary Galnds होते हैं, जो saliva secrete करता है। saliva भोजन के साथ मिलकर उसे soft बना देता है, जिससे Food को निगलने में आसानी होती है।
Food Pipe
Food pipe एक पतली तथा लम्बी नली के आकार का होता है। Food pipe हमारे mouth तथा stomach को जोड्ता है। भोजन Mouth से Food Pipe के द्वारा Stomach में पहुँचता है।
Food pipe में digestion की क्रिया नहीं होती है।
Food pipe को Oesophagus भी कहते हैं।
Stomach
Stomach एक muscular bag के आकार का होता है।
Food pipe के द्वारा mouth से stomach में भोजन के पहुँचने के बाद, stomach के walls से digestive juice तथा acid निकलता (secrete) है।
Acid भोजन में वर्तमान किसी भी Germs (यदि हो, तो) को मार देता है और Digestive Juice भोजन को digest करता है।
भोजन इस पक्रिया के क्रम में stomach में लगभग 3 से 4 घंटों तक रहता है।
Small Intestine
Small Intestine एक लम्बे पतले coiled पाइप के आकार का होता है। Small Intestine लम्बाई लगभग 6 meter या 20 feet होती है।
भोजन stomach से Small Intestine मे जाता है। Small Intestine के wall से निकलने वाले digestive juice बचे हुए food को पूरी तरह digest करते हैं।
Small Intestine के walls भोजन के Nutrients को absorb कर Blood में भेज देते हैं। Blood भोजन के Nutrients को पूरे body में पहुँचाता है।
Large Intestine
Large Intestine एक पतला परंतु Small Intestine से मोटा, pipe के आकार का होता है। Large Intestine की लम्बाई लगभग 1.5 meter या 5 feet होती है।
(Undigested) बचा हुआ Food, Small Intestine से Large Intestine में पहुँचता है। Large Intestine, Undigested food में बचे हुए water को absorb कर लेता है तथा उसे Blood में भेज देता है।
Rectum
Undigested semi-solid food, Rectum में एकत्र होता है तथा Anus के द्वारा बाहर निकल जाता है।
Good Habits:
- ह्में भोजन करने से पहले और बाद में हाथ धोना चाहिए।
- हमें Balance diet लेना चाहिये।
- हमें भोजन को निगलने से पहले अच्छी तरह चबाना चाहिए।
- हमें पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।
- हमें हरी शाक-सब्जियाँ खाना चाहिए।
- ह्में बिना धुला हुआ फल या सब्जियाँ नहीं खाना चाहिये।
Reference:
1. Fig:1 - By Mariana Ruiz Villarreal(LadyofHats) (Own work) [Public domain], via Wikimedia Commons
2. Fig:2 - "06-10-06smile" by dozenist - Own work. Licensed under CC BY-SA 3.0 via Wikimedia Commons.