पदार्थ और उसका वर्गीकरण
पदार्थ क्या है?
जो स्थान घेरता हो तथा उसका कुछ द्रव्यमान हो पदार्थ कहलाता है। जैसे: मेज, कुर्सी, कम्प्यूटर, कलम, पेंसिल, हवा, जल, बर्फ, बल्ब, पेड़ पौधे, आदि।
पदार्थों का वर्गीकरण
पदार्थों को उनकी शुद्धता के आधार पर दो भागों में बाँटा जा सकता है: शुद्ध पदार्थ तथा मिश्रण। इसका अर्थ है कि पदार्थ या तो शुद्ध हो सकते हैं या दो या अधिक पदार्थों का मिश्रण।
शुद्ध पदार्थ
वैसे पदार्थ जिनके सूक्ष्मतम कण भी समान पदार्थ के बने हों शुद्ध पदार्थ कहलाते हैं। जैसे सोना, चाँदी, जल, नमक, चीनी, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, आदि।
जल का सबसे सूक्ष्म कण भी लिया जाय तो वह जल ही होगा, अत: जल एक शुद्ध पदार्थ है।
उसी तरह ऑक्सीजन का भी सबसे सूक्ष्म कण लिया जाय तो उसका नाम ऑक्सीजन ही होगा, अर्थात ऑक्सीजन एक शुद्ध पदार्थ है।
एल्युमिनियम का भी सूक्ष्मतम कण एल्युमिनियम ही होगा, अर्थात एल्युमिनियम भी एक शुद्ध पदार्थ है।
मिश्रण
वैसे पदार्थ जो दो या दो से अधिक पदार्थों से मिलकर बने हैं तथा उनके घटकों साधारण विधियों द्वारा अलग किया जा सके, को मिश्रण कहते हैं।
मिश्रण के घटक किसी भी अनुपात में हो सकते हैं। मिश्रण ठोस, द्रव, या गैस हो सकता है।
मिश्रण के उदाहरण
(क) हवा। हवा कई गैसों का मिश्रण होता है। हवा में मुख्य रूप से ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन तथा कुछ अन्य गैसें पायी जाती हैं।
(ख) मिट्टी। मिट्टी में कई पदार्थ हो सकते हैं, जैसे चिकनी मिट्टी, बालू, कुछ सूक्ष्म जीव आदि। (ग) दूध। दूध जल, वसा तथा कुछ अन्य पदार्थों का मिश्रण होता है।
(घ) समुद्री जल। समुद्री जल का स्वाद खारा अर्थात नमकीन होता है। समुद्री जल का स्वाद खारा इसलिए होता है कि इसमें खाने वाला नमक तथा कई अन्य अशुद्धियाँ घुली रहती हैं, अत: समुद्री जल एक मिश्रण है।
(च) नमक तथा जल का घोल। नमक तथा जल का घोल एक मिश्रण है चूँकि यह नमक तथा जल के मिलने से बना होता है।
मिश्रण के प्रकार
संगठन के आधार पर मिश्रण मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं, समांगी मिश्रण तथा असमांगी मिश्रण।
(क) समांगी मिश्रण
मिश्रण जिसका संगठन समान हो, अर्थात मिश्रण के घटक या अवयव अलग नहीं दीखते हों, को समांगी मिश्रण कहा जाता है।
उदाहरण
(i) दूध एक मिश्रण है जो जल, वसा तथा कुछ अन्य पदार्थों से बना होता है। परन्तु जब दूध को देखने से पता ऐसा प्रतीत होता है कि दूध केवल एकमात्र पदार्थ से बना हुआ है, दूध में वसा तथा अन्य पदार्थ अलग अलग प्रतीत नहीं होते हैं। अत: दूध एक समांगी मिश्रण है।
(ii) जल तथा नमक का घोल। जल तथा नमक के घोल को देखने पर नमक तथा जल, अर्थात उसके घटक अलग अलग नहीं दिखाई देते हैं, बल्कि घोल एक ही पदार्थ जल का बना हुआ प्रतीत होता है। अर्थात जल तथा नमक के घोल का संगठन पूरे घोल में एक जैसा होता है, अत: नमक तथा जल का घोल एक समांगी मिश्रण है।
(iii) चीनी तथा जल का घोल (शर्बत)। चीनी तथा जल के घोल को देखने से उसमें चीनी अलग से नहीं दिखाई देता है, बल्कि प्रतीत होता है कि यह केवल जल से ही बना है, अर्थात चीनी तथा जल के घोल का संगठन पूरे घोल में समान होता है, अत: चीनी तथा जल का घोल एक समांगी मिश्रण है।
(ख) असमांगी या विषमांगी मिश्रण
मिश्रण जिनका संगठन असमान हो तथा घटक दिखाई देते हों को असमांगी मिश्रण कहा जाता है। असमांगी मिश्रण को विषमांगी मिश्रण भी कहा जाता है।
असमांगी या विषमांगी मिश्रण के उदाहरण
(क) जल और तेल का मिश्रण जल और तेल के मिश्रण को देखने पर जल और तेल के परतों में अंतर स्पष्ट नजर आता है। चूँकि जल और तेल आपस में मिलते नहीं है अत: जल और तेल का मिश्रण एक असमांगी मिश्रण है।
(ख) बालू (रेत) और जल का मिश्रण रेत और जल के मिश्रण को देखने पर रेत और जल अलग अलग नजर आते हैं, अत: जल और रेत का मिश्रण एक असमांगी मिश्रण है।
(ग) चावल और दाल का मिश्रण चावल और दाल आपस में मिलते नहीं हैं, इनके मिश्रण को देखने पर चावल और दाल के दाने अलग अलग दीखते हैं, अत: चावल और दाल एक दानों का मिश्रण एक असमांगी मिश्रण है।
(घ) हवा में घुँए का मिश्रण हवा में जब किसी चिमनी या कहीं पर आग लगने से उठने वाला धुँआ मिश्रित हो जाता है तो धुँए की परत हवा में अलग नजर आता है, अर्थात इस मिश्रण में इसके घटक अलग अलग नजर आते हैं, अत: हवा और धुँए का मिश्रण एक असमांगी मिश्रण है।
(च) जल और मिट्टी का मिश्रण जल और मिट्टी के मिश्रण को यदि थोड़ी देर छोड़ दिया जाता है, तो इसमें जल और मिट्टी अलग अलग नजर आते हैं, अत: जल और मिट्टी का मिश्रण एक असमांगी मिश्रण है।