रेखाएँ और कोण: क्लास नौवीं गणित
एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (1) आकृति में, x और y के मान ज्ञात कीजिए और फिर दर्शाइए कि AB||CD है।
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (1) का हल
दिया गया है,
∠ANM = 50o
तथा, ∠CYP = 130o
अत: ∠x तथा ∠y = ?
तथा सिद्ध करना है कि AB || CD है।
चूँकि ∠ANM तथा ∠x कोणों के रैखिक युग्म हैं अत: उनका योग 180o होगा।
i.e. ∠ANM + ∠x = 180o
⇒ 50o + ∠x = 180o
⇒ ∠x = 180o – 50o
⇒ ∠x = 130o
अब, चूँकि ∠COP तथा ∠NOD शीर्षाभिमुख कोण हैं, अत: आपस में बराबर हैं।
i.e. ∠NOD = ∠COP
⇒ ∠y = 130o
अब, यहाँ ∠x = ∠y = 130o
i.e. एकांतर अंत: कोणों के युग्म x तथा y आपस में बराबर हैं।
अत: संगत कोणों के प्रमेय के अनुसार जो कहता है कि यदि एक तिर्यक रेखा दो रेखाओं को इस तरह काटे कि एकांतर अंत: कोणों का प्रत्येक युग्म बराबर हों तो रेखाएँ समांतर होती हैं।
अत: AB || CD प्रमाणित
तथा, ∠x = ∠y = 130o उत्तर
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (2) आकृति में, यदि AB||CD, CD||EF और y : z = 3 : 7 है, तो x का मान ज्ञात कीजिए।
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (2) का हल
दिया गया है, AB || CD तथा CD||EF
तथा, y : z = 3 : 7
अत: x = ?
यहाँ, x तथा z एकांतर अंत: कोण हैं अत: आपस में बराबर हैं।
i.e. x = z - - - - - (i)
अब जैसा कि प्रश्न में दिया गया है y : z = 3 : 7
अत: मान लिया y = 3m तथा z = 7m
अब, समांतर रेखाओं परा आधारित प्रमेय के अनुसार यदि कोई तिर्यक रेखा दो समांतर रेखाओं को काटती है तो तिर्यक रेखा के एक ओर के अंत: कोणों का प्रत्येक युग्म संपूरक होता है।
यहाँ, x तथा y तिर्यक रेखा के एक ही ओर के अंत: कोणों का युग्म है, अत: संपूरक हैं।
अत: ∠x + ∠y = 180o
⇒ ∠z + ∠y = 180o
[चूँकि ∠x तथा ∠z एकांतर अंत: कोण हैं अत: आपस में बराबर हैं। समीकरण (i) से]
⇒ 7m + 3m = 180o
⇒ 10m = 180o
`=> m = 180^o/10`
⇒ m = 18o
अब, z = 7m
इसमें m = 18o मान रखने पर
z = 7 × 18o
⇒ y = 126o = x
अत: x = 126o उत्तर
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (3) आकृति में, यदि AB||CD, EF `_|_` CD और ∠GED = 126o है, तो ∠AGE, ∠GEF और ∠FGE ज्ञात कीजिए।
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (3) का हल
दिया गया है, AB||CD, EF `_|_` CD
तथा ∠GED = 126o
अत: ∠AGE, ∠GEF तथा ∠FGE = ?
यहाँ ∠GED तथा ∠AGE एकांतर अंत: कोण हैं अत: आपस में बराबर हैं।
i.e. ∠AGE = ∠GED
⇒ ∠AGE = 126o
अब, ∠AGE तथा ∠FGE are कोणों के रैखिक युग्म हैं अत: = 180o है।
i.e. ∠AGE + ∠FGE = 180o
⇒ 126o + ∠FGE = 180o
⇒ ∠FGE = 180o – 126o
⇒ ∠FGE = 54o
अब, ∠GEF + ∠FED = 126o
⇒ ∠GEF + 90o = 126o
[चूँकि EF `_|_` CD तथा जैसा कि प्रश्न में दिया गया है ∠GED = 126o ]
⇒ ∠GEF = 126o – 90o
⇒ ∠GEF = 36o
अत: ∠AGE = 126o, ∠GEF = 36o तथा ∠FGE = 54o उत्तर
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (4) आकृति में, यदि PQ||ST, ∠PQR = 110o और ∠RST = 130o है, तो ∠QRS ज्ञात कीजिए।
[संकेत: बिन्दु R से होकर ST के समांतर एक रेखा खींचिए।]
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (4) का हल
दिया गया है, PQ||ST
तथा, ∠PQR = 110o
तथा, ∠RST = 130o
अत: ∠QRS = ?
बिन्दु R से होकर ST के समांतर एक रेखा खींची गयी।
चूँकि, AB||ST
अत: ∠PQR तथा ∠QRB एकांतर अंत: कोण हैं तदनुसार आपस में बराबर हैं।
i.e. ∠PQR = ∠QRB = 110o
उसी प्रकार, ∠RST तथा ∠SRA एकांतर अंत: कोण है, अत: आपस में बराबर हैं।
i.e. ∠RST = ∠SRA = 130o
मान लिया कि ∠QRA = a, ∠QRS = b तथा ∠SRB = c
अब, a + b + c = 180o - - - - - - (i)
[चूँकि ये कोण मिलकर एक सरल रेखा बनाती हैं।]
तथा, ∠SRA + ∠QRB = 130o + 110o
⇒ (a + b) + (b + c) = 240o
⇒ a + b + b + c = 240o
⇒ a + 2b + c = 240o - - - - - (ii)
अब, समीकरण (i) को समीकरण (ii) से घटाने पर हम पाते हैं कि
अत: b = ∠ QRS =60o
अत: ∠QRS = 60o उत्तर
Alternate Method
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (4) का हल
दिया गया है, PQ||ST
तथा, ∠PQR = 110o
तथा, ∠RST = 130o
अत: ∠QRS = ?
बिन्दु R से होकर ST के समांतर एक रेखा खींची गयी।
समांतर रेखाओं से संबंधित एक प्रमेय के अनुसार यदि एक तिर्यक रेखा दो समांतर रेखाओं को काटती है तो तिर्यक रेखा के एक ही ओर बने अंत: कोणों का प्रत्येक युग्म संपूरक होता है। .
यहाँ, ∠RST तथा कोण c तिर्यक रेखा के एक ही ओर बने अंत: कोण का युग्म है, अत: संपूरक है।
i.e. ∠RST + ∠c = 180o
⇒ 130o + ∠c = 180o
⇒ ∠c = 180o – 130o
⇒ ∠c = 50o - - - - - (i)
तथा कोण PQR तथा कोण QRB एकांतर अंत: कोणों के युग्म हैं अत: बराबर हैं।
चूँकि समांतर रेखाओं से संबंधित प्रमेय के अनुसार जो कहता है कि यदि कोई तिर्यक रेखा दो समांतर रेखाओं को काटती है तो एकांतर अंत: कोणों का प्रत्येक युग्म बराबर होता है।
i.e. ∠PQR = ∠QRB = 110o
अब, ∠QRS = ∠QRB – ∠c
⇒ ∠QRS = 110o – 50o
[ समीकरण (i) से ∠c = 50o]
⇒ ∠QRS = 60o उत्तर
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (5) आकृति में, यदि AB||CD, ∠APQ = 50o और ∠PRD = 127o है, तो x और y ज्ञात कीजिए।
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (5) का हल
दिया गया है, AB||CD
तथा, ∠APQ = 50o
तथा ∠PRD = 127o
अत: , x तथा y = ?
समांतर रेखाओं से संबंधित प्रमेय के अनुसार जो कहता है कि यदि कोई तिर्यक रेखा दो समांतर रेखाओं को काटती है तो एकांतर अंत: कोणों का प्रत्येक युग्म बराबर होता है।
∠PQR तथा ∠APQ एकांतर अंत: कोणों का युग्म है, अत: बराबर है।
i.e. ∠PQR = ∠APQ = 50o
⇒ x = 50o
जब QR तिर्यक रेखा है।
∠APR तथा ∠PRD एकांतर कोणों का युग्म है, अत: आपस में बराबर है।
i.e. ∠APR = ∠PRD = 127o
अब, ∠y = ∠APR – ∠APQ
= 127o – 50o
⇒ y = 77o
अत: x = 50o तथा y = 77o उत्तर
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (6) आकृति में, PQ और RS दो दर्पण हैं जो एक दूसरे के समांतर रखे गये हैं। एक आपतन किरण (incident ray) AB, दर्पण PQ से B पर टकराती है और परावर्तित किरण (reflected ray) पथ BC पर चलकर दर्पण RS से C पर टकराती है तथा पुन: CD के अनुदिश परावर्तित हो जाती है। सिद्ध कीजिए कि AB||CD है।
रेखाएँ और कोण क्लास नौवीं गणित एनसीईआरटी प्रश्नावली 6.2 प्रश्न संख्या (6) का हल
दिया गया है, PQ तथा RS दो दिये गये दर्पण हैं तथा एक दूसरे से समांतर रखे गये हैं।
इसमें AB आपतित किरण है तथा BC परावर्तित किरण है।
तथा जब BC आपतित किरण है तो CD परावर्तित किरण होगी।
अत: सिद्ध करना है कि AB||CD.
हम जानते हैं कि समतल दर्पण में आपतन कोण = परावर्तित (परावर्तन कोण) कोण
यहाँ, `/_ABP =i` आपतन कोण है
तथा, `/_CBQ =r` परावर्तन कोण है
अत: `/_ABP = i=/_CBQ=r`
तथा जब किरण BC दर्पण RS पर टकराती है अर्थात गिरती है तो
`/_RCB = i` आपतन कोण है
तथा, `/_DCS = r` परावर्तन कोण होगी।
अत: `/_RCB=i=/_DCS=r`
अब, ∠ABP, ∠ABC तथा ∠CBQ कोणों का रैखिक युग्म बनाते हैं।
अत: ∠ABP + ∠ABC + ∠CBQ = 180o
⇒ ∠ABC = 180o – (∠ABP + ∠CBQ) - - - - - (i)
उसी प्रकार, ∠RCB + ∠BCD + ∠DCS = 180o
[चूँकि ये तीनों मिलकर सरल रेखा बनाते हैं।]
⇒ ∠ABC + ∠BCD + ∠CBQ = 180o
[चूँकि = ∠RCB = ∠ABC तथा ∠DCS = ∠CBQ]
⇒ ∠BCD = 180o Ó (∠ABC + ∠CBQ) - - - - - (ii)
अत: समीकरण (i) तथा समीकरण (ii) से हम पाते हैं कि
∠ABC = ∠BCD
अब, समांतर रेखाओं से संबंधित एक प्रमेय के अनुसार जो कहता है कि यदि एक तिर्यक रेखा दो रेखाओं को इस प्रकार काटती है कि एकांतर अंत: कोणों का प्रत्येक युग्म बराबर हो तो रेखाएँ समांतर होती हैं।
यहाँ AB तथा CD दो रेखाएँ हैं तथा BC एक तिर्यक रेखा है जो उन्हें काटती है।
अब, चूँकि ∠ABC तथा ∠BCD एकांतर अंत: कोणों के युग्म हैं तथा बराबर हैं,
अत: AB||CD प्रमाणित
Reference: