राग भूपाली का संक्षिप्त परिचय
राग भूपाली का आरोह: सा रे ग, प , ध सां
राग भूपाली का अवरोह: सां ध प, ग, रे सा।
राग भूपाली का पकड़: ग रे सा ध ̣, सा रे ग, प ग, ध प ग, रे सा।
राग भूपाली की जाति: औडव-औडव
राग भूपाली की उत्पत्ति : कल्याण थाट
राग भूपाली में वर्जित स्वर : मध्यम (म) तथा निषाद (नी)
राग भूपाली का वादी स्वर : गंधार (ग)
राग भूपाली का सम्वादी स्वर : धैवत (ध)
राग भूपाली के गाने का समय : रात्रि का प्रथम प्रहर
राग भूपाली सरगम गीत (स्वरलिपि)
तीन ताल : 16 मात्रा
ता |
धिं |
धिं |
धा |
13 |
14 |
15 |
16 |
राग भूपाली सरगम गीत स्वरलिपि तीन ताल (16) मात्रा: मध्य लय
स्थायी: राग भूपाली सरगम गीत स्वरलिपि
स्थायी: राग भूपाली सरगम गीत स्वरलिपि दूसरी पंक्ति
अंतरा: राग भूपाली सरगम गीत स्वरलिपि
अंतरा: राग भूपाली सरगम गीत स्वरलिपि दूसरी पंक्ति
रें |
रें |
सां |
ध |
13 |
14 |
15 |
16 |